मुख्यपृष्ठ vivek tiwari lyrics jindagi ik kiraye ka ghar hai ik na ik din badalna padega || hindi bhajan lyrics || जिंदगी एक किराये का घर है, एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥ हिन्दी भजन लिरिक्स || vivek tiwari || bgkm ||
jindagi ik kiraye ka ghar hai ik na ik din badalna padega || hindi bhajan lyrics || जिंदगी एक किराये का घर है, एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥ हिन्दी भजन लिरिक्स || vivek tiwari || bgkm ||
जिंदगी एक किराये का घर है, एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
हिन्दी भजन लिरिक्स-
Jindagi ik kiraye ka ghar hai ik na ik din badalna padega.
Hindi Bhajan Lyrics-
स्थाई-
अन्तरा 1 मौत का बजा जिस दिन डंका, फूँक दी तब पल में सोने की लंका। कर गयी मौत रावण का बांका, वैसे तुझको भी जलना पड़ेगा॥ जिंदगी एक किराये का घर है, एक न एक दिन बदलना पड़ेगा...
अन्तरा 2 रात के बाद होगा सवेरा, देखना हो अगर दिन सुनहरा। पाँव फूलों पे रखने से पहले, तुझको काँटों पे चलना पड़ेगा॥ जिंदगी एक किराये का घर है, एक न एक दिन बदलना पड़ेगा...
अन्तरा 3 ये जवानी है दो दिन का सपना, ढूँढ ले तू जल्द राम अपना। ये जवानी अगर ढाल गयी तो, उमर भर हाथ मलना पड़ेगा॥ जिंदगी एक किराये का घर है, एक न एक दिन बदलना पड़ेगा...
अन्तरा 4 ये तसवुर ये जोशो-जवानी, चाँद लम्हों ही कहानी। ये दिया शाम तक देख लेना, चड़ते सूरज को ढालना पड़ेगा॥
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